गुरुवार, 21 जनवरी 2021

लघुकथा - गुमान

 


नियम था उसके गाँव में अपनी औरतों को पीटने का। विवाहोपरांत जब वह अपनी पत्नी के साथ गाँव लौटा तो उसने भी अपनी पत्नी को खूब पीटा ताकि लोग उसे ' मेहरा' न कहने लगे और सीना तान कर लोगों के सामने व‍ह भी अपनी मर्दानगी का दिखावा कर सके ।

सफ़लता का गुमान लिए अब व‍ह सारे गाँव में घूमता है।

वह पीला बैग

"भाभी यह बैग कितना अच्छा है!! कितने में मिला?" नित्या की कामवाली मंगलाबाई ने सोफे पर पड़े हुए बैग की तरफ लालचाई नजरों से इशार...